हड़ताल में फंसे लेखपालों को बहाली संग वेतन का इंतजार

गोंडा : विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल में शामिल होने के कारण फंसे लेखपालों को बहाली संग वेतन का इंतजार है। एक सप्ताह का समय बीतने के बावजूद तरबगंज को छोड़कर अन्य तहसीलों में कोई पहल नहीं हो सकी है। लेखपालों ने डीएम को प्रत्यावेदन देकर बहाली की मांग की है। वहीं, तरबगंज में तैनात तहसील अध्यक्ष व मंत्री को बहाल कर दिया गया है।उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के आह्वान पर लेखपालों ने दिसंबर 2019 में अनिश्चित कालीन हड़ताल शुरू की थी। काफी प्रयास के बावजूद जब बात नहीं बनी तो, शासन ने लेखपालों की हड़ताल पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही कार्रवाई के निर्देश जारी कर दिए थे। जिले में रोक के बावजूद हड़ताल में शामिल होने पर 349 लेखपालों के खिलाफ कार्रवाई की गई। 14 लेखपाल बर्खास्त किए गए, जबकि आठ पर निलंबन की कार्रवाई हुई। इसके लिए अन्य लेखपालों की सर्विस ब्रेक करने के साथ ही वेतन भुगतान रोक दिया गया था। गत 28 दिसंबर को शासन स्तर पर हुई वार्ता के बाद लेखपालों ने बिना शर्त हड़ताल वापस ले ली थी। शासन ने लेखपालों पर हुई कार्रवाई को समाप्त करने का आश्वासन दिया था। एक सप्ताह बीतने के बावजूद कोई फैसला न होने पर बर्खास्त हुए लेखपालों ने डीएम से मिलकर कार्रवाई समाप्त करने के साथ ही वेतन भुगतान कराने की मांग की थी। डीएम डॉ. नितिन बंसल ने सीआरओ कोनियमानुसार कार्यवाही के निर्देश दिए थे। लेखपाल संघ के जिला मंत्री राम बहादुर पांडेय ने बताया कि तरबगंज में तैनात तहसील अध्यक्ष पन्नालाल व मंत्री शिवपूजन सिंह यादव को एसडीएम ने बहाल कर दिया है।