गोंडा : खुले में शौच की प्रवृत्ति रोकने के लिए अब हर गांव में दो-दो सामुदायिक शौचालय बनवाए जाएंगे। प्रथम सामुदायिक शौचालय केंद्र सरकार के बजट से तो दूसरा चतुर्थ राज्य वित्त/चौदहवां वित्त आयोग की धनराशि से बनाया जाएगा। प्रत्येक शौचालय पर दो लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। द्वितीय सामुदायिक शौचालय निर्माण के लिए महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। यदि महिलाओं के लिए अलग से सामुदायिक शौचालय की आवश्यकता ग्राम पंचायत में नहीं हुई तो पुरुष व महिलाओं के लिए ज्वाइंट शौचालय बनवाया जाएगा। इसके लिए सभी ग्राम पंचायतों से 25 फरवरी तक प्रस्ताव मांगा गया है।
स्थल चयन के क्या हैं मानक
-प्रत्येक ग्राम पंचायत में ऐसे स्थल जहां व्यक्तिगत शौचालय निर्माण के लिए स्थान का अभाव हो।
-निर्माण के लिए चयनित स्थल लाभ प्राप्त करने वाली आबादी से समुचित दूरी पर हो।
-स्थल चयन के लिए समुदाय से चर्चा के बाद सहमति प्राप्त की जाए।
-भू-राजस्व विभाग से समन्वय स्थापित कर चयनित स्थल पर शौचालय निर्माण की सहमति ली जाए।
-सामुदायिक शौचालय निर्माण वाले स्थल पर जल की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए।
फैक्ट फाइल
तहसील-चार
ब्लॉक-16
न्याय पंचायत-166
ग्राम पंचायत-1054
राजस्व ग्राम-1815
कुल मजरों की संख्या-12278
कुल परिवार-5.73 लाख इन बिदुओं पर मांगा गया प्रस्ताव
-जनपद का नाम
-विकासखंड का नाम
-ग्राम पंचायत
-राजस्व ग्राम
-स्थल चयन का आधार
परिवारों की संख्या
-भूमि की उपलब्धता
-राजस्व विभाग से सत्यापन रिपोर्ट
-जल एवं विद्युत की व्यवस्था
-निगरानी समिति का गठन ग्राम पंचायतों को खुले में शौच मुक्त बनाने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में कम से कम दो सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया जाना है। सभी ब्लॉकों के बीडीओ व एडीओ पंचायत को 31 मार्च तक निर्धारित मानक के अनुसार निर्माण कार्य पूरा कराने के निर्देश दिए गए हैं। डॉ. नितिन बंसल, डीएम गोंडा