चली गई सात जान, अब चलेगा छापामार अभियान

सीतापुर : बिसवां के जलालपुर की दरी फैक्ट्री में गैस रिसाव से सात लोगों की मौत से प्रशासन की नींद खुली है। प्रदूषण विभाग को पर्यावरण की चिता सताने लगी और वाणिज्यकर विभाग ने भी दस्तावेज खंगालने शुरू कर दिए है। टीमें गठित की जा चुकी हैं। तहसील से लेकर जिला स्तर तक के अधिकारी अपनी-अपनी योजना बना रहे हैं। श्रम विभाग को भी श्रमिकों की परवाह होने लगी है। अब नियमों की अनदेखी और प्रशासन की आंखों में धूल झोंक कर हो रहे मौत के कारोबार पर कार्रवाई की चाबुक चलेगी। सभी विभाग कार्रवाई के मूड में नजर आने लगे हैं।


मांगी है सूची, अभियान का प्लान


उद्योग विभाग जिले के पंजीकृत रसायन उद्योगों की पड़ताल करेगा। केमिकल के काम से जुड़े सभी कारखानों व फैक्ट्री में इनकी जांच टीम जाएगी। उपायुक्त उद्योग अशीष गुप्ता का कहना है कि, वाणिज्यकर विभाग से केमिकल का काम करने वालों की सूची मांगी गई है। जैसे ही सूची मिलेगी छापेमारी अभियान शुरू होगा। संबंधित एसडीएम से समन्वय बनाकर टीम कारखानों की पड़ताल करेगी। श्रम विभाग के अधिकारी भी इनकी टीम में शामिल रहेंगे।


प्रदूषण के मानकों की पड़ताल


कल-कारखानों में प्रदूषण के मानकों का पालन हो रहा है या नहीं, इसकी पड़ताल भी होगी। रसायन उद्योगों में प्रदूषण बोर्ड की एनओसी है या नहीं इसकी जानकारी जुटाई जाएगी। कमी मिलने पर कार्रवाई होगी। अन्य उद्योगों में भी प्रदूषण की अनुमति के कागजों की पड़ताल का प्लान बना है।


वाणिज्यकर विभाग भी अपनी योजना तैयार कर रहा है। वाणिज्य कर अधिकारी अरुनेंद्र का कहना है कि, हम लोगों की रुटीन जांच तो नियमित चलती है। आगे से अभियान तेज किया जाएगा।बिसवां हादसे के बाद डीएम के निर्देश पर तहसील प्रशासन भी सक्रिय हो गया है। शुक्रवार को सदर एसडीएम ने कई विभागों की टीमों के साथ छापामार कार्रवाई कर बिजवार की एक रसायन फैक्ट्री में भारी मात्रा में रसायन बरामद किया है। फर्म को सील कर दिया गया। अन्य तहसीलों के अधिकारी भी उद्योगों की जानकारी जुटा रहे हैं।


तहसील प्रशासन भी हुआ सक्रिय