चुनाव के बाद दिल्ली और केंद्र सरकार ने मिलाया हाथ, विकास की राह पर दोनों चले साथ-साथ

वर्ष 2020 दिल्ली विधानसभा चुनाव में एक बार फिर झाड़ू ने कमाल दिखाया। आप को 70 में से 62 सीटें मिली वहीं बीजेपी 8 सीटों पर ही सिमट गई और कांग्रेस का एक बार फिर खाता नहीं खुला। दिल्ली की जनता ने एक बार फिर AAP को 5 साल और अपने सेवा करने का मौका दिया।वर्ष 2020 दिल्ली विधानसभा चुनाव में एक बार फिर झाड़ू ने कमाल दिखाया। आप को 70 में से 62 सीटें मिली वहीं बीजेपी 8 सीटों पर ही सिमट गई और कांग्रेस का एक बार फिर खाता नहीं खुला। दिल्ली की जनता ने एक बार फिर AAP को 5 साल और अपने सेवा करने का मौका दिया। विपक्षी पार्टियों के सभी नेताओं ने जनता जनार्दन का जनादेश स्वीकार किया और AAP को जीत की बधाई दी यहां तक कि खुद पीएम मोदी ने केजरीवाल को जीत की बधाई देते हुए ट्वीट किया।


चुनाव खत्म होते ही आप सरकार एक्शन में दिखी


केजरीवाल बतौर तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बने और अपना कार्यभार संभाला। कुर्सी पर बैठते ही आप सरकार और उनके मंत्रियों ने चुनाव में जो वादे किए उनपर और अपनी 10 गारंटी योजना पर काम करना शुरू काम करना शुरू कर दिया। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए केजरीवाल ने बताया कि वह दिल्ली सरकार से संबंधित हर एक विभाग से मिलेंगे और हर गारंटी पर जल्द से जल्द काम शुरू करने का निर्देश देंगे। उन्होंने आश्वासन भी दिया कि गारंटी को पूरा करने के लिए सारी अड़चनों को दूर करना और फंड मुहैया कराना मेरी जिम्मेदारी है।इसी के चलते 19 फरवरी को केजरीवाल ने चुनाव के बाद पहली बार गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की और ट्वीट करते हुए बताया कि मेरी अमित शाह जी से अच्छी, उपयोगी और लाभदायक मीटिंग रही जिसमें हमने दिल्ली से जुड़े हर एक मुद्दे पर बात की और इस बात पर सहमति जताई कि हम दोनों साथ मिलकर दिल्ली के विकास के लिए कार्य करेंगे।चुनाव के बाद आप सरकार केंद्र सरकार से एक सामान्य संबंध बनाती नजर आ रही है और साथ मिलकर दिल्ली के विकास के लिए कार्य करती नजर आ रही है। हालांकि चुनाव के दौरान दोनों पार्टियां एक दूसरे पर आरोप, टीका टिप्पणी करती नजर आ रही थी परंतु चुनाव के बाद माहौल बदल गया। वहीं दूसरी तरफ दिल्ली के उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की और मांग रखी जिसमें उन्होंने दिल्ली के लिए केंद्रीय करो़ं में हिस्सा मांगा और नगर निगमों को अन्य राज्यों की तरह फंड देने की मांग रखी और दिल्ली की आर्थिक विकास पर भी चर्चा की।मनीष सिसोदिया ने उपराज्यपाल अनिल बैजल से भी मुलाकात की जिसमें उन्होंने दिल्ली को विश्वस्तरीय शहर बनाने पर चर्चा की। इन सबके चलते ऐसा प्रतीत होता है कि केजरीवाल सरकार दिल्ली के सभी दलों के साथ मिलकर, पुराना सभी बातें भुलाकर, उनके साथ तालमेल बैठाकर दिल्ली के लिए काम करना चाहती है और अपने सभी वादों पर खरा उतरना चाहती है जिसमें केंद्र सरकार भी उनका पूरा सहयोग देती नजर आ रही है।