डीपीआरओ का आदेश दबाकर बैठ गए प्रभारी एडीओ पंचायत

गोंडा: शौचालय निर्माण के लिए आए प्रोत्साहन राशि का चेक फर्म के नाम काट दिया गया। इस मामले में डीपीआरओ के आदेश के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। प्रभारी एडीओ पंचायत ने ग्राम प्रधान व सचिव के खिलाफ एफआइआर कराना तो दूर, थाने में तहरीर तक नहीं दी।


मामला विकासखंड मुजेहना की ग्राम पंचायत नौव्वागांव का है। यहां स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत ग्राम पंचायत के खाते में शौचालय निर्माण के लिए प्रोत्साहन राशि भेजी गई थी। विभागीय व्यवस्था के अनुसार प्रत्येक लाभार्थी के बैंक खाते में 12 हजार रुपये की धनराशि चेक के माध्यम से देने के निर्देश हैं। ग्राम पंचायत ने 23 दिसंबर 2019 को एक फर्म के नाम से 1.12 लाख रुपये के दो चेक काट दिए। ये धनराशि आहरित भी कर ली गई। मामले का खुलासा गांव के ही लोगों की शिकायत पर हुआ। इसके बाद संबंधित अधिकारी को कार्रवाई के निर्देश दिए गए। डीपीआरओ घनश्याम सागर ने प्रभारी एडीओ पंचायत मुजेहना को संबंधित गांव के प्रधान व सचिव के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने का आदेश दिया था। संबंधित कर्मचारी को आदेश की प्रति सोमवार को ही प्राप्त करा दी गई थी। दो दिन बीतने के बावजूद पुलिस को तहरीर तक नहीं दी।


 


अभी नहीं दी तहरीर


 नौव्वागांव के मामले में एफआइआर दर्ज कराने का आदेश मिला है, अभी थाने पर तहरीर नहीं दी गई है।


-दिलीप कुमार उपाध्याय, प्रभारी एडीओ पंचायत मुजेहना


 तलब की जाएगी रिपोर्ट


सरकारी धन के दुरुपयोग की कोशिश करने वाले प्रधान व सचिव के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के आदेश प्रभारी एडीओ पंचायत को दिए गए थे। अभी तक थाने में तहरीर नहीं पड़ी, इसकी जानकारी मुझे नहीं है। संबंधित से रिपोर्ट तलब की जाएगी।


-घनश्याम सागर, डीपीआरओ गोंडा