नए सिपाहियों को पैरोकार बनाने पर पांच एसओ से जवाब तलब

पुलिस महकमे ने न्यायालयों में चल रहे मामलों की पैरवी को लेकर कवायद तेज कर दी है। कुछ थाने ऐसे हैं जहां पर स्थायी पैरोकार नहीं है वहीं पर संबंधित थानाध्यक्षों ने नए आरक्षियों को पै                                                                            गोंडा: पुलिस महकमे ने न्यायालयों में चल रहे मामलों की पैरवी को लेकर कवायद तेज कर दी है। कुछ थाने ऐसे हैं, जहां पर स्थायी पैरोकार नहीं है, वहीं पर संबंधित थानाध्यक्षों ने नए आरक्षियों को पैरोकारी में लगा दिया है। ऐसे में उन्हें मुकदमों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। पांच थाना क्षेत्रों में ऐसे मामले आए हैं, जिसके आधार पर संबंधित एसओ से जवाब तलब किया गया है।रविवार को पुलिस लाइन सभागार में देवीपाटन परिक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक डॉ. राकेश सिंह ने मंडल के सभी थानों में नियुक्त पैरोकारों के साथ बैठक किया। इसमें उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली गई। निर्देश दिया गया कि अब अगर कोई भी नया सिपाही पैरोकारी के लिए जाय तो उसके साथ सीनियर पैरोकार को भेजा जाय ताकि नए सिपाही को न्यायालय के कार्यों की जानकारी हो सके। गंभीर अपराधों में निरीक्षक स्तर के अधिकारी पैरवी करेंगे। महिलाओं से संबंधित अपराधों का चिन्हीकरण संबंधित प्रभारी निरीक्षक व थानाध्यक्ष स्वयं करेंगे। इसकी पैरवी एसओ खुद करेंगे। बेहतर कार्य करने वालों को सम्मानित किया जाएगा।


महिला पुलिस कर्मी करेंगी सुरक्षा


- महिला गवाहों की सुरक्षा के लिए अलग से महिला पुलिस कर्मी को लगाया जाएगा। साथ ही बड़े बड़े थाने, जिनमें एक दिन में कई मुकदमे न्यायालय में लगते हैं, वहां पर अब पुरुष पैरोकार के साथ ही महिला आरक्षी को पैरोकारी के लिए भेजा जाएगा