गोंडा:किसान अपनी गाढ़ी कमाई को बेसहारा पशुओं से बचाने के लिए चिंतित रहते हैं। तार खींच बाड़ बनाते हैं, मचान पर जगकर खेतों की रखवाली करते हैं, फिर भी फसल को पशुओं से बचा नहीं पाते। इस समस्या का हल गोंडा में आठवीं कक्षा के छात्र आदर्श कुमार ने निकाल लिया है। उसने आटोमेटिक फील्ड प्रोटेक्शन सिस्टम बनाया है। लेजर फेंसिंग तकनीक पर आधारिक यह मॉडल सायरन बजाकर पशुओं को भगाएगा और फसल को नुकसान से बचाएगा। आइआइटी कानपुर के विशेषज्ञों ने बच्चे इस प्रयास को सराहा है।मनकापुर के पूर्व माध्यमिक विद्यालय दलीपपुरवा में कक्षा आठ के छात्र आदर्श ने बताया कि गांव में फसल सुरक्षा को लेकर किसानों की परेशानी देख उसके मन में यंत्र विकसित करने का आइडिया आया। फिर काफी प्रयास कर लेजर लाइट, समतल दर्पण, एलडीआर, एलईडी लाइट, हार्न, बैट्री व सोलर प्लेट की मदद से आटोमेटिक फील्ड प्रोटेक्शन मॉडल बनाया। विज्ञान शिक्षक मनीष वर्मा कहते हैं लेजर फेंसिंग तकनीक पर बना यह मॉडल किसानों को फसल की रखवाली करने में मददगार साबित होगा।
ऐसे काम करेगा मॉडल
लेजर फेंसिंग तकनीक से खेत के चारों कोने पर समलत दर्पण लगाने के साथ लेजर लाइट की बाड़ तैयार की है। लाइट डिपेंडेंट रजिस्टेंट (एलडीआर) में लगी लेजर लाइट दिखाई नहीं देती। लेजर से आने वाले प्रकाश में जब कोई पशु अवरोध उत्पन्न करता है तो एलडीआर सायरन को ऑन कर देता है। तेज सायरन सुन जानवर भाग जाएंगे। साथ ही किसान को जानकारी हो जाएगी खेत के पास पशु आया है। इससे किसान खुद खेत का निरीक्षण करने जा सकेगा।आइआइटी कानपुर से मिली प्रशंसा : आदर्श गत 25 जनवरी को आइआइटी कानपुर में अपने मॉडल का प्रजेंटेशन किया था। वहां इस मॉडल को विशेषज्ञों ने सराहा है। छात्र को प्रमाण पत्र और रोबोटिक किट देकर सम्मानित किया है।