रणजीत हत्‍याकांड : मोबाइल खंगालने में ATS लगी; शॉल ओढ़े CC कैमरे में दिखा संदिग्ध- पुलिस ने रखा इनाम

लखनऊ, । उत्‍तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रविवार को दिनदहाड़े हुई हिंदूवादी नेता रणजीत हत्‍याकांड मामले में अब आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की भी मदद ली जा रही है। कार्यवाहक डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने बताया कि रणजीत बच्चन के मोबाइल फोन व कॉल ब्योरा खंगालने में एटीएस का तकनीकी सहयोग लिया जा रहा है। कई बिंदुओं पर पुलिस पड़ताल कर रही है। लखनऊ नगर के कमिश्नर सुजीत पांडेय के निर्देशन में कई टीमें गहनता से छानबीन कर कर रही हैं।


उधर, घटनास्‍थल के पास लगे सीसी कैमरे में एक संदिग्ध शॉल ओढ़े दिखाई दिया है। पुलिस संदिग्ध की तलाश में लगी है। आशंका जताई जा रही है कि संदिग्ध ही मुख्‍य आरोपित है। वहीं, घटना का राजफाश करने के लिए आठ टीमें गठित की गई हैं, जो मृतक के आवास के आस-पास लगे 9 सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाल रही है।बता दें, रणजीत बच्‍चन रविवार सुबह पत्‍नी कालिंदी और मौसेरे भाई आदित्य के साथ मार्निंग वॉक पर निकले थे। हमलावर अकेले बाइक से आया था। परिवर्तन चौराहे से थोड़ी दूर ग्लोब पार्क के पास बदमाश ने रणजीत को रोक लिया। हमलावर ने असलहा तानकर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। रणजीत के सिर में गोली लगी और एक गोली उसके भाई के हाथ में जाकर धंसी। रणजीत ने विश्व हिंदू महासभा के नाम से एक संगठन बनाया था और वह उसके अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष थे।